हरिद्वार। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के किये राज्य सरकार संकल्पित है। ज्ञातव्य है कि देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद उसी तर्ज पर अब हरिद्वार में भी मेडिकल कॉलेज का संचालन होने जा रहा है।
हरिद्वार जनपद के लोगों स्वास्थ्य सेवाओं के लिए या तो ऋषिकेश एम्स, या फिर देहरादून के विभिन्न अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था। वहां तक ले जाते समय और इमरजेंसी रोगियों को तत्काल सुविधा न मिलने के कारण कभी-कभी अपने प्राण भी गंवाने पड़ जाते थे। इसलिए यहां पर मेडिकल कॉलेज बनने से लोगों को आने वाले दिनों में काफ़ी राहत मिलेगी।
हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 100 मेडिकल सीट आवंटित की गई हैं। जल्द हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू होने जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का आभार व्यक्त किया है।
दरअसल, मैदानी जिला होने के बावजूद भी हरिद्वार में डॉक्टरों की कमी थी। इससे पहले इतनी तीव्रता से न तो इस ओर विकास हुआ और न ही किसी ने गंभीरता से सोचा। लेकिन अब मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के विशेष प्रयासों से हरिद्वार में मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है।